Kapil Dev ने कैच छोड़ने के लिए कुंबले को डांटा तो रोने लगे खिलाड़ी

Kapil Dev ने कैच छोड़ने के लिए कुंबले को डांटा तो रोने लगे खिलाड़ी
भारतीय क्रिकेट के इतिहास में कपिल देव (Kapil Dev) और अनिल कुंबले एक ऐसा नाम है जो एक बेहद ही शानदार जोड़ी मानी जाती है और आज भी इस जोड़ी की मिसाल दी जाती है. दरअसल यह किस्सा साल 1990 का है जब अनिल कुंबले ने अपने क्रिकेट की शुरुआत ही की थी. उस वक्त कैच छोड़ने की वजह से उन्हें कपिल देव (Kapil Dev) से डांट पड़ी थी जिसके बाद कुंबले रोने लगे थे. हालांकि देखा जाए तो कई खिलाड़ियों को अपने करियर के शुरुआती दौर में इस तरह की परेशानियों को झेलना पड़ता है.
कद में लंबे थे कुंबले
जिस समय अनिल कुंबले और कपिल देव (Kapil Dev) टीम इंडिया के लिए खेलते थे उस वक्त बाकी स्पिनर की तुलना में कुंबले कद में थोड़े लंबे थे और गेंद को कुछ खास टर्न नहीं करवा पाते थे. शुरुआत में उन्होंने अपना पूरा ध्यान एक्यूरेसी और वेरिएशन पर लगाया जिस वजह से अपने करियर में धीमी शुरुआत के बाद उनके ऊपर कई सवाल भी खड़े किए गए क्योंकि उन्हें कोई भी भविष्य के महान गेंदबाज के तौर पर नहीं देखता था लेकिन आज उन्होंने जो नाम बनाया है वह हर किसी के दिल में कायम है.
Kapil Dev से पड़ी डांट
दरअसल भारत के पूर्व कप्तान और महान खिलाड़ी बिशन सिंह बेदी ने कार्यक्रम के दौरान 1990 में हुए मैच का जिक्र करते हुए बताया कि जब भारत-इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच खेल रहा था उस दौरान अनिल कुंबले को कपिल देव (Kapil Dev) से डांट खानी पड़ी थी. कुंबले का यह पहला टेस्ट मैच था और उन्हें डीप फाइन लेग में फील्डिंग के लिए लगाया गया था.
जब कपिल देव (Kapil Dev) गेंदबाजी कर रहे थे तो उन्होंने एलन लैम्ब को बाउंसर फेंका और इस गेंद पर लैम्ब ने जो शॉट खेला वह दिखने में तो आसान कैच लग रहा था लेकिन कुंबले ने यह कैच ड्रॉप कर दिया. दरअसल अनिल कुंबले के कैच को ड्रॉप करने के बाद उन्हें कपिल देव से खूब डांस खानी पड़ी थी.
ड्रेसिंग रूम में रो रहे थे कुंबले
दरअसल कपिल देव (Kapil Dev) ने अनिल कुंबले को कैच छोड़ने पर इस वजह से डांटा क्योंकि उस वक्त कपिल देव (Kapil Dev) टेस्ट मैच में सबसे ज्यादा विकेट लेने से महज एक कदम दूर थे जहां कुंबले के कैच छोड़ने के बाद कपिल देव का यह रिकॉर्ड टूट गया. आपको बता दे कि कपिल देव की डांट के बाद अनिल कुंबले ड्रेसिंग रूम में जाकर रो रहे थे और यहीं से उन्हें मजबूती मिली जहां अपनी इस गलती से अनिल कुंबले ने काफी सीखा और भविष्य में एक महानतम गेंदबाज बन कर उभरे.
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